शुक्रवार, सितंबर 09, 2011

मेरा मधुर बचपन ............














बार बार आती हैं मुझको
तेरी मधुर यादें ....
हर लम्हा खुबसूरत बीता तेरे साथ 
याद हैं मुझे............
रोते रोते हँसना, हँसते-हँसते रोना 
क्यों ? चला गया तू ..........
ये सवाल आज भी हैं, इन भीगी पलकों में 
ऐ मेरे मधुर''बचपन "!!!!!!!!!!!!!


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