गुरुवार, अगस्त 04, 2011

राजीव दीक्षित कौन थे...............

























राजीव दीक्षित एक बहुत महान विद्वान थे भारतीय इतिहास , सामाजिक और आर्थिक व्यवस्थाओं की न सिर्फ बहुत जानकारी थी बल्कि बहुत गहरी समझ भी थी उन्हें . राजीव जी स्वदेशी के समर्थक थे और इसके लिए उनके पास बहुत ही जबरदस्त तर्क थे . जो DATA उनके पास था , उसका आधा भी पूरी भारत सरकार के पास नहीं है . सारा जीवन उन्होंने देश में जन जाग्रति लाने में समर्पित कर दिया . असली पहचान उन्हें तब मिली जब वो रामदेव जी के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट से जुड़े . रामदेव जी ने उन्हें एक बहुत अच्छा PLATFORM दिया अपनी जानकारी लोगों के साथ बाँटने के लिए और एक तरह से ट्रस्ट की सारी जिम्मेदारी उनको ही सौंप दी , उनकी अनन्य INTELLIGENCE और जबरदस्त KNOWLEDGE देख कर . लेकिन इससे पहले क़ि वो देश में एक क्रांति के सूत्रधार बन पाते , उनका देहांत हो गया कुछ माह पहले . वैसे कहा तो गया क़ि उनकी मृत्यु HEART ATTACK से हुई , किन्तु आजतक यह बात चर्चा में है क़ि शायद उन्हें विदेशी COMPANIES ने मरवाया (क्यूंकि वो यह पोल खोलते थे क़ि कैसे विदेशी COMPANIES इस देश को कैसे लूट रही हैं और हमारे स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रही हैं ) क्युंकि मृत्यु के वक्त उनका पूरा बदन नीला हो गया था जो जहर से होता है . बहरहाल उनकी मृत्यु बहुत बड़ी क्षति है देश के लिए .अगर वो होते इस देश को लुटने से अवश्य बचाया जा सकता था ..सबसे बड़ी दुःख क़ि बात यह है क़ि उनकी मृत्यु KI खबर इस बिक़े हुए मीडिया में बिलकुल नहीं दिखाई गयी ... लेकिन हमे यह याद रखना होगा क़ि राजीव दीक्षित कोई व्यक्ति नहीं थे ,अपितु वो एक विचार थे देशभक्ति का , जो कभी नहीं मर सकता , वो जीवित है , जीवित था और जीवित रहेगा करोडो लोगों के दिलों में . हमें उनके बलिदान को खाली नहीं जाने देना , उनके कार्यों को आगे बढ़ाना है और उनके सपनो के भारत का निर्माण करना है .

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें