को नही जानत है जग मे......
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को नही जानत है जग मे कपि सकंट मोचन नाम तिहारो ।।
काज किये बड देवन के तुम वीर महाप्रभु देखि विचारो ,
कौन सो सकंट मोर गरीब को जो तुमसे नही जात है टारो ,
बेगि हरो हनुमान महाप्रभु जो कछु सकंट होय हमारो ।।
को नही जानत है जग मे कपि सकंट मोचन नाम तिहारो ।।।
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